बिहार प्रदेश के 4257 सभी अतिथि शिक्षकों को किया गया कार्य से मुक्त पिछले 6 साल से दे रहे थे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के सामने +2अतिथि शिक्षकों द्वारा विरोध प्रदर्शन
बिहार प्रदेश के 4257 सभी अतिथि शिक्षकों को कार्य से मुक्त किया गया जबकि सभी अतिथि शिक्षक पिछले 6 साल से नवमी दशमी 11वीं और 12वीं कक्षा को पढ़ा रहे थे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे थे
कौशल किशोर ठाकुर अध्यक्ष
अतिथि शिक्षक संघ जिला इकाई पूर्णिया ने बताया कि आज दिनांक 5 अप्रैल 2024 को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के सामने +2अतिथि शिक्षकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया ज्ञात हो कि 30/03 /2024 को निदेशक माध्यमिक शिक्षा कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा पत्र जारी किया जिसमें बिहार प्रदेश के 4257 सभी अतिथि शिक्षकों को कार्य से मुक्त कर दिये जबकि सभी अतिथि शिक्षक पिछले 6 साल से नवमी दशमी 11वीं और 12वीं कक्षा को पढ़ा रहे थे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे थे इसके बावजूद भी किसी प्रकार की अर्जी नहीं सुनी और अचानक सभी अतिथि शिक्षकों को कार्य मुक्त कर दिया गया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के सामने +2अतिथि शिक्षकों द्वारा विरोध प्रदर्शन
जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णिया को दिए गए आवेदन पत्र में लिखा है
वर्ष 2018 से विभिन्न उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निर्धारित परिश्रमिक पर कार्यरत अतिथि शिक्षकों के सेवा के संदर्भ में।
जब से उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में +2 स्तर की पढ़ाई आरम्भ हुई अर्थात् 2012 से लेकर 2018 तक +2 विद्यालय में इन्टर साइंस, गणित, विज्ञान (भौतिकी विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति शास्त्र, जन्तु विज्ञान) एवं अंग्रेजी जैसे विषयों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की घोर कमी थी, इस कमी को पूरा करने के लिए +2 अतिथि शिक्षक की नियुक्ति बिहार राज्य के गजट द्वारा पास कर संकल्प संख्या 51 दिनांक-25.01.2018 में बिहार सरकार, शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के प्रत्येक जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आरक्षण रोस्टर का अनुपालन करते हुए किया गया।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वर्ष 2018 के पूर्व +2 स्तर के छात्र-छात्राओं का परीक्षा फल 50 प्रतिशत से 60 प्रतिशत हुआ करता था, जब से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति हुई है तब से अद्यतन 2024 तक में विद्यार्थियों की उत्तीर्ण होने का प्रतिशत 90 प्रतिशत से 95 प्रतिशत हो गई है। जो अतिथि शिक्षकों
के द्वारा पठन-पाठन के प्रति कर्त्तव्य बोध व सफलता को दर्शाता है।
अभी तक नगर निकाय, नगर निगम्, नगर परिषद नगर पंचायत में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है, इसके बावजूद निदेशक माध्यमिक शिक्षा, बिहार सरकार, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के पत्रांक-09/वि० वि० प० स०-09/2015-325 दिनांक-30.03.2024 एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्णियाँ के पत्रांक 123/मा० शि० पूर्णियाँ दिनांक-30/03/2024 द्वारा सभी +2 अतिथि शिक्षकों को सेवा मुक्त का आदेश जारी कर दिया गया। जो अनुचित है।
नये शैक्षणिक सत्र में नामांकित बच्चे शिक्षकों के अभाव में शिक्षा से वंचित रहेंगें।
शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत छात्र एवं शिक्षक का अनुपात 40:1 की बात कही गई है यहाँ प्रत्येक विद्यालय में छात्रों की संख्या बहुत अधिक है जहाँ एक विषय में दो या तीन शिक्षकों की आवश्यकता है उस जगह पर +2 अतिथि शिक्षकों से शैक्षणिक करवाया जा सकता है।
शिक्षा विभाग के आदेशानुसार नये सत्र 2024-2026 में इन्टरस्तरीय बच्चों का नामांकन महाविद्यालय में न होकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों में होना है अतः छात्रों की अधिकता को देखते हुए +2 अतिथि शिक्षकों से शैक्षणिक कार्य लेने की कृपा की जाय। जिससे हमलोगों का घर-परिवार उजरने से बच जाएगा।
सभी +2 अतिथि शिक्षक उच्च शैक्षणिक योग्यता धारण किये हुए हैं। अर्थात् स्नातकोत्तर (M.Sc.-M.A. B.Ed.) उत्तीर्ण है साथ हीं 6 वर्षों का शैक्षणिक अनुभव भी प्राप्त है।
इसके पूर्व भी बिहार सरकार शिक्षा विभाग द्वारा, शिक्षा मित्र अनौपचारिक शिक्षक, टोला सेवक तालमी मरकज को सामंजन कर शिक्षा विभाग द्वारा सामाजिक सम्मान दिया गया है।
शिक्षकों की कमी को देखते हुए 2023 में भी 4257 रिक्तियाँ के जगह पर नये अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
हम सभी अतिथि शिक्षकों द्वारा लगातार 6 वर्षों से सेवा देते आ रहे हैं। इस अवधि में शैक्षणिक कार्य जैसे शिक्षण, वीक्षण एवं मूल्यांकन जैसे कार्य किये हीं, इसके अलावे गैर शैक्षणिक कार्य जैसे कोविड काल में ड्यूटी, आर्थिक जनगणना के कार्य, चुनाव जैसे-जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को भी दक्षता पूर्ण तरीके से निर्वाहन किये।
उच्च माध्यमिक विद्यालयों में हम सभी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति 11 वीं एवं 12 वीं कक्षा को पढ़ाने हेतु किया गया था। अपितु उच्च माध्यमिक विद्यालय में 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12 वीं कक्षा को पढ़ाने का कार्य एक नियमित शिक्षक की भाँति 9 बजे से लेकर 5 बजे तक रह कर किया गया है। इस छः वर्षों में किसी भी तरह का परिश्रमिक में बढ़ोत्तरी नहीं किया गया है। अब अतिथि शिक्षकों को अन्य कार्य करने के लिए ना उम्र बचा है और ना ही शारीरिक क्षमता बची है।
हम अतिथि शिक्षकों को महँगाई को देखते हुए एक निश्चित परिश्रमिक फिक्स कर दिया जाय और 65 वर्ष तक सेवा देने का मौका दिया जाय।
बिहार सरकार शिक्षा विभाग, बिहार, पटना।
कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव, भा०प्र०से० निदेशक, माध्यमिक शिक्षा।
पत्रांक : 09/ बि०वि०प०स०-09/2015 325
सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी।
पटना, दिनांक 30.03 24 को
राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निर्धारित पारिश्रमिक पर सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों को वापस करने का आदेश जारी कर कहा है कि
प्रसंगः संकल्प संख्या 51 दिनांक 25.01.2018 निदेशानुसार उपर्युक्त विषयक प्रासंगिक संकल्प संख्या 51 दिनांक 25.01. 2018 में किये गये प्रावधान के तहत राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में निर्धारित पारिश्रमिक पर सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों की सेवा ली जा रही है। संदर्भित संकल्प में किये गये प्रावधानानुसार अतिथि शिक्षकों की सेवा शिक्षक नियोजन होने तक ली जानी है।
वर्तमान में राज्य के कक्षा-09वीं-10वीं के लिए 37847 (सैंतीस हजार आठ सौ सैंतालीस) तथा कक्षा 11वीं-12वीं के लिए 56891 (छप्पन हजार आठ सौ इक्यानब्बे) अर्थात् उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल-94738 (चौरानब्बे हजार सात सौ अड़तीस) शिक्षकों की नियुक्ति कर उन्हें विद्यालयों में पदस्थापित किया जा चुका है तथा वे विद्यालयों में कार्यरत हैं। वर्णित स्थिति में अतिथि शिक्षकों को सेवा में बनाये रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
तदालोक में निदेश दिया जाता है कि राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विभागीय संकल्प संख्या 51 दिनांक 25.01.2018 में किये गये प्रावधान के तहत सेवा में लिये गये अतिथि शिक्षकों की सेवा दिनांक 01.04.2024 से किसी भी परिस्थिति में नहीं ली जाए। साथ ही यह भी निदेश दिया जाता है कि अपने स्तर से निम्नांकित प्रपत्र में आपके जिले में एक भी अतिथि शिक्षक के सेवा में नहीं होने का प्रमाण पत्र इस कार्यालय को दिनांक 03.04.2024 तक अनिवार्यतः उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।