बिहार में महागठबंधन पहले से अस्तित्व में,इंडी गठबंधन का कौन नया लाभ—–विजय कुमार सिन्हा,
कई प्रदेशों में इंडी गठबंधन के लोग पहले भी मिलकर लड़ चुके चुनाव, हुए असफल,क्षेत्रीय दलों को करना होगा कांग्रेस का नेतृत्व स्वीकार,आगामी लोकसभा चुनाव में भ्रष्टाचार के कारण होगी दो विचारधारा की लड़ाई, भाजपा की होगी भारी जीत।
पटना 19 दिसम्बर2023
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने इंडी गठबंधन की दिल्ली में चौथी वैठक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि बिहार में तो पहले से महागठबंधन वनाकर ये सरकार चला रहे हैं औऱ गोपालगंज, कुढ़नी उपचुनाव हार चुके हैं।नई गठबंधन से बिहार में इनको कोई लाभ नहीं होगा।श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार की तरह ये उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड और अन्य प्रदेशों में किसी न किसी दल के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन कर पहले भी लड़ चुके हैं।परिणाम देश के सामने है।विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में साथ मिलकर लड़ी।रिजल्ट जीरो हुआ।मिलकर लड़े या अलग लड़े, भाजपा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।फिर से तीसरी बार नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे।श्री सिन्हा ने कहा कि आगामी चुनाव में भ्रष्टाचार के कारण दो विचारधारा की लड़ाई तय है।यह लड़ाई भ्रष्टाचार मुक्त भारत वनाम भ्रष्टाचार युक्त भारत, राष्ट्रवाद वनाम राष्ट्रद्वेष,विकास वनाम विनाश औऱ सुशासन वनाम कुशासन के वीच है।देश की जनता नकारात्मक औऱ देश का अहित करने वाले लोगों को पहचान चुकी है।इन्हें एकबार फिर पराजित कर नरेंद्र मोदी को जनता अपना आशीर्वाद देगी।श्री सिन्हा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय दलों को कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ना पड़ेगा।कांग्रेस सफल हुई।इनकी उत्पत्ति कांग्रेस विरोध से हुई।1974 में कांग्रेस की तानाशाही के विरोध में बिहार में शुरू जे पी आंदोलन में ही राजद औऱ जदयू सुप्रीमो प्रकाश में आए।अब कांग्रेस की गोदी में वैठकर इन्होंने राजनीतिक सिद्धान्तों की तिलांजलि दे दी। अब ये सभी कांग्रेस के पिछलग्गू के रूप में बिहार और देश में जाने जाएंगे और धीरे-धीरे पुनः कांग्रेस में विलय कर जाएंगे। आगामी चुनाव में बिहार की जनता इन्हें सबक सिखाएगी।