जहरीली शराब से मौत पर दिया जा रहा है बीमारी का नाम,डी एम सी एच में दारू पार्टी नमूना, शासन-प्रशासन में वैठे लोगों के द्वारा भय मुक्त होकर हो रहा नित्य दारू सेवन, इनके ब्लड सैम्पल जाँच में होगा खुलासा,बिहार में शराववंदी विफल,2023 में अभी तक जप्त4लाख लीटर शराव, शराब माफियाओं की सम्पत्ति हो जप्त

प्रावधान के वावजूद सीतामढ़ी औऱ दरभंगा में जहरीली शराब से मौत पर मुआवजा नहीं लालफीताशाही का नमूना—विजय कुमार सिन्हा

जहरीली शराब से मौत पर दिया जा रहा है बीमारी का नाम,डी एम सी एच में दारू पार्टी नमूना, शासन-प्रशासन में वैठे लोगों के द्वारा भय मुक्त होकर हो रहा नित्य दारू सेवन, इनके ब्लड सैम्पल जाँच में होगा खुलासा,बिहार में शराववंदी विफल,2023 में अभी तक जप्त4लाख लीटर शराव, शराब माफियाओं की सम्पत्ति हो जप्त।

पटना,17 दिसम्बर 2023

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि प्रावधान के वावजूद सीतामढ़ी औऱ दरभंगा जिला में जहरीली शराब से मरने वालों के परिजनों को मुआबजा नहीं देना लालफीताशाही का नमूना है।श्री सिन्हा ने कहा कि कुछ माह पूर्व उन दोनों जिलों में जहरीली शराब से लोगों की मौत हुई थी।सीतामढ़ी जिला में मृतकों में अधिकांश यादव औऱ मंडल समाज के थे।प्रशासन ने विना पोस्टमार्टम रात में ही लाशों को जबर्दस्ती जलवा दिया।घर बालों पर दवाब वनाकर उन मृतकों के वीमारी से मरने की वात की।छपरा में विना पोस्टमार्टम मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया गया।फिर सीतामढ़ी औऱ दरभंगा में भेदभाव क्यों किया जा रहा है?श्री सिन्हा ने कहा कि दरभंगा में डी एम सी एच में शराब पार्टी राज्य में शराब वंदी की विफलता का नमूना है।अधिकांश शासन प्रशासन के अधिकारियों औऱ उनके मातहत कार्यालयों में शराव सेवन दिनचर्या वन गई है।इन्हीं लोगों को शराब वंदी सफल बनाने का जिम्मा भी सौंपा गया है।राज्य में इस साल अभी तक जप्त4 लाख लीटर शराब यह साबित करता है कि शराब वंदी विफल हो गई।शराब की निर्बाध सप्लाई डिलीवरी चैन दिन प्रतिदिन मजबूत हो रही है।20000करोड़ से अधिक का अवैध वार्षिक व्यापार फल फूल रहा है।श्री सिन्हा ने कहा कि 1 अप्रैल 2024 को शराव वंदी की आठवीं सालगिरह होगी।भाजपा ने इन्हें विपक्ष में रहते हुए भी शराव वंदी पर पूर्ण समर्थन दिया था।हमने आगाह भी किया था कि सख्ती और मजबूती से लागू की जाय।पर अभी तक शराव माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई, सम्पत्ति जप्ती औऱ दण्डात्मक अभियान के अभाव के कारण ये तरक्की कर रहे हैं और शासन प्रशासन को अवैध कमाई से हिस्सा दे रहे हैं।इनकी सम्पत्ति जप्त हो औऱ मददगार को भी जेल के भीतर किया जाय।मुख्यमंत्री जी अधिकारियों की रैंडम ब्लड टेस्ट कराएं।गुनाहगार सामने आ जाएंगे।साथ ही अपराधी और माफिया पर लगाम लगाने के लिए सरकार को शराव वंदी की सख्ती से समीक्षा करनी चाहिए।

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