पूर्णिया विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को लेकर बिस्मिल के नेतृत्व में छात्र राजद का जोरदार प्रदर्शन

Advertisements

पूर्णिया विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को लेकर बिस्मिल के नेतृत्व में छात्र राजद का जोरदार प्रदर्शन

छात्रों के शोषण के खिलाफ छात्र राजद का संघर्ष जारी, बिस्मिल ने दी चेतावनी – जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी, आंदोलन चलता रहेगा

पूर्णिया: छात्र राष्ट्रीय जनता दल (छात्र राजद) पूर्णिया जिला इकाई के माननीय जिला अध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल के नेतृत्व में पूर्णिया विश्वविद्यालय की सिनेट और सिंडिकेट बैठक के दौरान जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया गया। छात्र राजद ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर छात्रों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और समस्याओं के समाधान की मांग की।

छात्र राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुए कहा कि छात्रों की समस्याओं को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य खतरे में पड़ रहा है। बिस्मिल ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “यह विश्वविद्यालय छात्रों का शोषण करने का अड्डा बन चुका है। यहां शिक्षा से ज्यादा भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का बोलबाला है। जब तक सभी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, हम आंदोलन जारी रखेंगे। अगर प्रशासन जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करता है, तो छात्र राजद पूर्णिया जिला इकाई और भी बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन करेगा।”

छात्रों की प्रमुख मांगें:

छात्र राजद ने विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष 17 प्रमुख मांगें रखी, जिनमें छात्रावास सुविधा की बहाली, शिक्षकों की नियुक्ति, लंबित परीक्षा परिणाम जारी करना, लैब और पुस्तकालय की व्यवस्था, परीक्षा विभाग में स्थायी जेनरेटर की स्थापना, उप-परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति, निजी महाविद्यालयों द्वारा अवैध शुल्क वसूली पर रोक, यूजी रजिस्ट्रेशन शुल्क शून्य करना, नामांकन शुल्क में कमी, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना, छात्र संघ चुनाव कराना, मार्कशीट वितरण में तेजी लाना, परीक्षा शुल्क में अनियमितता खत्म करना, वोकेशनल कोर्स का सिलेबस जारी करना, उर्दू विषय की आरक्षित सीटों का डीरिजर्वेशन , पूर्णिया महाविद्यालय में बीएड की पढ़ाई शुरू करना एवं नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और सीट वृद्धि की मांग शामिल हैं।

विश्वविद्यालय की बड़ी अनियमितताएं उजागर

बिस्मिल ने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही। कई कॉलेजों में छात्रावास की सुविधा होते हुए भी छात्रों को रहने की अनुमति नहीं दी जा रही, जिससे उन्हें आर्थिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय में उप-परीक्षा नियंत्रक का पद खाली पड़ा है, जिससे छात्रों के परीक्षा और परिणाम संबंधी कार्यों में अनावश्यक देरी हो रही है।

छात्र राजद ने निजी महाविद्यालयों द्वारा अवैध फीस वसूली का मुद्दा भी उठाया और विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा कि “सनराइजर्स पूनम बिरेंद्र डिग्री कॉलेज डगरूआ जैसे कॉलेजों पर अब तक क्या कार्रवाई की गई है?” बिस्मिल ने कहा कि यदि इन कॉलेजों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो छात्र राजद छात्रों के साथ मिलकर इन महाविद्यालयों का घेराव करेगा।

छात्र संघ चुनाव की मांग: विश्वविद्यालय में वर्ष 2018 के बाद छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं, जिससे छात्रों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। बिस्मिल ने कहा कि यदि जल्द से जल्द चुनाव की घोषणा नहीं की गई, तो छात्र राजद इस मुद्दे को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन करेगा।

परीक्षा और नामांकन में धांधली का आरोप

छात्र राजद ने परीक्षा शुल्क में अनियमितताओं का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राजभवन के आदेशानुसार यूजी सत्र 2023-27 के छात्रों से 600 रुपये परीक्षा शुल्क लिया जाना था, लेकिन विश्वविद्यालय ने 1200 रुपये वसूल किए हैं। यह पूरी तरह से छात्रों के साथ अन्याय है।

साथ ही, बिस्मिल ने कहा कि “यूजी और पीजी में नामांकन शुल्क अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में कई गुना ज्यादा लिया जा रहा है। पूर्णिया विश्वविद्यालय में यूजी के लिए 600 रुपये और पीजी के लिए 1000 रुपये लिए जाते हैं, जबकि बिहार के अन्य विश्वविद्यालयों में यह शुल्क मात्र 150-200 रुपये है। विश्वविद्यालय को तुरंत नामांकन शुल्क कम करना चाहिए।”

क्या बोले छात्र राजद के नेता?

छात्र राजद के जिला अध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल ने कहा, “हम छात्रों के हित के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे। प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि यदि जल्द से जल्द हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो हम और भी उग्र आंदोलन करेंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “पूर्णिया विश्वविद्यालय के अधिकारी छात्रों की समस्याओं से बेखबर हैं। वे सिर्फ अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में न तो परीक्षा विभाग सही से काम कर रहा है और न ही छात्रों को मूलभूत सुविधाएं मिल रही हैं।”

इस दौरान छात्र राजद के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मांगें पूरी न होने पर अगले चरण के बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।

छात्र राजद के इस प्रदर्शन ने विश्वविद्यालय प्रशासन को हिला कर रख दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इन मांगों पर कितना और कब तक अमल करता है।
मौके पर छात्र राजद के जिला उपाध्यक्ष सह मिडिया प्रभारी प्रणव चौरसिया, जिला महासचिव वामिक आलम, गोपाल यादव, कादिर, साहिल यादव, साहिल अंसारी, आयुष राज़, मुशर्रफ, प्रिंस कुमार,‌ मुजफ्फर आलम, अबु नसर , अबसार,वाजेह ,शादाब, नासीर , जीशान, तफसीर , आदील, मेराज, जिला सचिव राज कुमार राजा, जिला सचिव नवल किशोर, इंतेखाब आलम , कासीफ आदि सैकड़ों

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *