जिला पदाधिकारी पूर्णिया के द्वारा राष्ट्रीय कला उत्सव में पुरस्कार प्राप्त किए कलाकारों को बधाई दिया गया।राष्ट्रीय कला उत्सव में भाग लेने हेतु बिहार से सत्रह कलाकारों के दल ने भाग लिया था। पुर्णिया जिले के किलकारी से चार कलाकार बिहार को प्रतिनिधित्व करने गए थे ।

जिला पदाधिकारी पूर्णिया के द्वारा राष्ट्रीय कला उत्सव में पुरस्कार प्राप्त किए कलाकारों को बधाई दिया गया।
राष्ट्रीय कला उत्सव में भाग लेने हेतु बिहार से सत्रह कलाकारों के दल ने भाग लिया था। पुर्णिया जिले के किलकारी से चार कलाकार बिहार को प्रतिनिधित्व करने गए थे ।

पुर्णिया किलकारी के सुमित कुमार को एकल अभिनय में द्वितीय पुरस्कार तथा आदित्य कुमार को हस्तकला में द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है ।

सुमित कुमार तथा आदित्य कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर जिले तथा राज्य का नाम रोशन किया है। यह पूर्णिया के लिए बहुत ही गर्व की का क्षण है ।
जिला पदाधिकारी द्वारा दोनो छात्रों से मिलकर कर उनको आगे और आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा किलकारी के टीम की टीम की प्रसंशा किया गया तथा उन्हें इसी तरह से आगे कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा कहा गया की सुमित कुमार तथा आदित्य कुमार दोनो ही निम्न मध्यवर्गीय परिवार से आते हैं। ऐसे परिवार के बच्चो को आगे बढ़ाने के लिए पूर्णिया किलकारी की टीम बधाई की पात्र है ।
सुमित कुमार के पिता एक सफाई कर्मी है तथा आर्थिक स्थिति कमजोर रहने के कारण वो कपड़े की दुकान में कार्य करने लगे थे वही पर उनको किलकारी के बारे में पता चला वहा से सुमित कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर पूर्णिया का नाम रौशन किया है।

आदित्य कुमार के पिता किसान है । आदित्य कुमार के द्वारा किलकारी से प्रशिक्षण प्राप्त कर हस्तकला में राष्ट्रीय कला उत्सव में पुरस्कार प्राप्त कर पूर्णिया के लिए गर्व का का क्षण प्रदान किए है।

सुमित कुमार तथा आदित्य कुमार दोनो पुरस्कार विजेता को प्रधान मंत्री कार्यालय से गणतंत्र दिवस परेड देखने तथा बीटिंग रिट्रीट देखने का निमंत्रण प्राप्त हुआ है। सुमित कुमार और आदित्य कुमार प्रधानमंत्री के कार्यक्रम परीक्षा पर चर्चा में भी भाग लेने का निमंत्रण प्राप्त हुआ है।

जिला पदाधिकारी द्वारा बताया कि सुमित कुमार और आदित्य कुमार दोनो पूर्णिया के अन्य कलाकारों के लिए उदाहरण है की आज के समय में अगर आप में परिश्रम की ललक है तथा आपने किसी भी प्रकार की कला है तो सरकार आपको आपकी पारिवारिक और आर्थिक वजहों से सफलता से महरूम नही रहने देगी । आपके प्रतिभा को आगे बढ़ाने में सरकार हर तरह से आपके साथ है।

वर्तमान में पूर्णिया किलकारी में एक हजार एक सौ बच्चे पंजीकृत हैं जिन्हे कुल आठ कला विधाओं में प्रशिक्षण दिया जाता है।
जिला पदाधिकारी द्वारा दोनो कलाकारों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना किया गया।

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