आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों को मीनू के अनुसार नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाता है। जाने क्या है मीनू

प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस श्रीमती अनीता कुमारी द्वारा बताया गया कि इस विभाग द्वारा जनहित में विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित हैं। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना:——-कन्या उत्थान योजना अन्तर्गत दिनांक 25 अप्रैल 2018 के बाद जन्म ली हुई सभी कन्या शिशुओं को इस योजना के तहत लाभ दिया जाता है। जन्म के एक वर्ष के अंदर₹2000 की राशि तथा एक वर्ष पूरा होने पर आधार पंजीकरण के उपरांत₹1000 की राशि इस योजना के तहत लाभु के खाते में विभाग द्वारा दिया जाता है।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना अंतर्गत योजनाओं के शुरुआत से अब तक कुल 3955 6 लाभुकों का आवेदन विभागीय साइट पर अपलोड करा कर लाभ प्रदान कराया गया है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना:–प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाएं जो दिनांक 1 जनवरी 2017 या उसके बाद की तिथि से गर्भवती महिला को प्रथम जीवित संतान के लिए सशर्त दो किस्तों में 5000 रूपए का भुगतान एवं द्वितीय कन्या शिशु के जन्म के उपरांत ₹6000 का भुगतान एक किस्त में लाभुक के खाते में विभाग द्वारा दिया जाता है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत योजना के शुरुआत से अब तक कुल 100 823 लाभुकों का आवेदन विभागीय साइट पर अपलोड कर लाभ प्रदान कराया गया है।

आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन:-वर्तमान में जिला अंतर्गत कुल 3434 आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है।टी एच आर/पोषाहार वितरण योजना:–संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभुकों के बीच टी एच आर एवं पोषाहार वितरण प्रत्येक माह सेविका सहायिका द्वारा नियमित रूप से किया जाता है। उक्त योजना से प्रत्येक माह 30 3412 लाभुक लाभान्वित हो रहे हैं।

आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों को मीनू के अनुसार नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाता है।

सोमवार को नाश्ता में भुना चना और मूंगफली और भोजन में चावल का पुलाव महीने में चार दिन,

मंगलवार को नाश्ता में दूध और भोजन में आलू चना सब्जी चावल महीने में चार दिन,

बुधवार को नाश्ता में अंडा एवं मूंगफली भोजन में सोयाबीन सब्जी और चावल महीने में चार दिन,

गुरुवार को नाश्ता में दूध भोजन में रसियावा महीने में चार दिन,शुक्रवार को नाश्ता में अंडा एवं मूंगफली भोजन में कद्दू,दाल,साग एवं चावल महीने में चार दिन,

शनिवार को नाश्ता में केला, पपीता या मौसमी फल और भोजन में चावल दाल का खिचड़ी महीने में चार दिन, एक अतिरिक्त दिन विशेष पोषाहार दिया जाता है।

इस प्रकार माह में कुल 25 दिन आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार दिया जाता है।गोद भराई एवं अन्नप्राशन योजना:-पोषण अभियान योजना के तहत गोद भराई एवं अन्नप्राशन का आयोजन प्रत्येक माह आंगनबाड़ी केंद्रों पर कराया जाता है।इसका मुख्य उद्देश्य गर्भवती एवं धात्री माताओं के पोषण स्तर में सुधार लाना है।प्रत्येक माह की 07 वीं तारीख को गोद भराई का आयोजन किया जाता है। जिसमें गर्भवती माता को स्वयं का देखभाल तथा खान-पान कैसे करना है इस संबंध में बताया जाता है एवं माह की 19 वीं तारीख को छ:माह के बच्चों को ऊपरी आहार खिलाने संबंधी अन्नप्राशन का आयोजन किया जाता है।

जिसमें बच्चों को क्या पौष्टिक आहार देना चाहिए एवं कितनी मात्रा में देना चाहिए की विधि बताई जाती है तथा अन्नप्राशन में शामिल बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका द्वारा कटोरी चम्मच वितरित किया जाता है।पोषण ट्रेकर:-भारत सरकार द्वारा पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र पर चलाई जा रही योजनाओं का अनुश्रवण नियमित रूप से कराया जाता है। इसके तहत सभी सेविकाओं को मोबाइल उपलब्ध कराया गया है। सेविका प्रत्येक कार्य दिवस में आंगनबाड़ी केंद्र पर चलाई जा रही योजनाओं का अद्यतन प्रतिवेदन पोषण ट्रैक ऐप्प के माध्यम से अपलोड करती हैं। जिसका जिला एवं राज्य विभागीय निदेशालय और केंद्रीय निदेशालय स्तर पर अनुश्रवण किया जाता है।

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