8 जनवरी 2024 खगड़िया बिहार
सरपंच-मुखिया का दुगुनी व पंच-वार्ड सदस्य का डेढ़ गुनी वेतन वृद्धि करने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दी गई आश्वासन का सरपंच संघ ने किया स्वागत
आश्वासन व घोषणा को धरातल पर जल्द लागू करे व 2001-6 से पेंशन चालू करे सरकार – किरण देव यादव
अन्यथा 22 फरवरी 2024 को पंच सरपंच सामूहिक इस्तीफा देने को मजबूर होंगे जिसका जिम्मेवारी सरकार की होगी – सरपंच संघ
खगड़िया। बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह खगड़िया जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं पंचायती राज मंत्री मुरारी गौतम के द्वारा सरपंच, मुखिया, को 5 हजार रुपए मासिक, पंच व वार्ड सदस्य को 800 रुपए मासिक वेतन दुगनी व डेढ़ गुनी वृद्धि करने की आश्वासन का हार्दिक स्वागत एवं आभार व्यक्त किया है। वही आश्वासन के बजाय घोषणा करने एवं घोषणा को धरातल पर लागू करने तथा पेंशन चालू करने की मांग किया है।
चुंकि एमएलए एमपी मंत्री जितने बार जीतते हैं, बनते हैं, उतनी बार पेंशन लेते हैं, जिस वोट से वे जीत कर आते हैं उसी वोट से त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि भी अपने बलबूते जीत के आते हैं तो उन्हें पेंशन चालू क्यों नहीं किया जा रहा है ? इसलिए सहानुभूतिपूर्वक विचार कर माननीय मुख्यमंत्री पेंशन चालू करें। श्री यादव ने कहा कि जो वेतन पेंशन की बात करेगा, वही बिहार देश में राज करेगा।
श्री यादव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा दी गई दोगुनी व डेढ़ गुनी वेतन वृद्धि का आश्वासन देना पंच सरपंच संघ का आंदोलन का जीत है। चुंकि पंच सरपंच संघ अपने 11 सूत्री मांगों को लेकर 12 जनवरी को सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा विगत महीना से किए हुए थे, परिणामत:
पंचायती राज मंत्री मुरारी गौतम ने 5 जनवरी को विकास भवन के न्यू सचिवालय विभागीय सभागार में पंच सरपंच संघ के साथ बैठक आयोजित कर 11 मांगों में बिंदु बार चर्चा के बाद आठ मांगों को पूरा करने की आश्वासन दिए थे। तथा पंचायती राज विभाग के अवर सचिव मिहिर कुमार सिंह निदेशक आनंद शर्मा ने ग्राम कचहरी को सशक्त करने संबंधी मांगों को पूरा करने का आश्वासन एवं आदेश जारी किए थे।
श्री यादव ने कहा कि पुनः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा वेतन वृद्धि का आश्वासन दिया गया है।
त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि महासंघ के सहसंयोजक किरण देव यादव ने माननीय मुख्यमंत्री एवं पंचायती राज मंत्री से त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों सरपंच को 2006 से तथा मुखिया को 2001 ई से कम से कम ढाई हजार रुपए पेंशन चालू करने, तथा पंच एवं वार्ड सदस्य को 1000 रुपए मासिक पेंशन चालू करने, तथा आश्वासन नहीं घोषणा करने एवं आश्वासन घोषणा को धरातल पर लागू करने की मांग किया है।
श्री यादव ने कहा कि यदि 1 महीने के अंदर वेतन वृद्धि एवं पेंशन देने की आश्वासन घोषणा को धरातल पर जल्द लागू नहीं किया गया तो 22 फरवरी को पंच सरपंच संघ सामूहिक इस्तीफा देने को विवश होंगे जिसका जिम्मेवार सरकार की होगी।
श्री यादव ने विधायक नीतू सिंह, विधायक संजीव कुमार को मजबूत पहल करने हेतु साधुवाद दिया है। वहीं पेंशन चालू करवाने एवं घोषणा करवाने, धरातल पर लागू कराने हेतु मजबूत पहल करने की मांग किया।
श्री यादव ने कहा कि पंच सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला, प्रदेश संयोजक पुष्पेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष वशिष्ठ निषाद, महासचिव सुनील तिवारी, प्रवक्ता मनीष पांडे, विधि सलाहकार अजय कुमार, आर के सेठी, गीतांजलि कुमारी, विनोद यादव, वीरेंद्र यादव, लाल बहादुर शाह सहित कोर कमेटी तथा प्रदेश कमेटी के सभी सदस्यों एवं सभी जिला अध्यक्षों को आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाने हेतु बधाई साधुवाद धन्यवाद आभार व्यक्त किया।
श्री यादव ने कहा कि विगत वर्षों एवं महीने पूर्व भी पूर्व पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कई प्रकार की घोषणा डपोरशंखी एवं वर्तमान पंचायत राज मंत्री मुरारी गौतम ने भी सरपंच द्वारा ग्रामीण विकास का मॉनिटरिंग करने निक करने का अधिकार की घोषणा किए थे जो ढाक का तीन पात साबित हुआ है।
श्री यादव ने कहा कि भोज में अंधे के पत्ते पर घी देने पर कहना कि गरगरायेगा तब ना पता चलेगा, वाली कहावत चरितार्थ होती है।