निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी के 27 मरीजों को किया गया फूड पैकेट्स का वितरण
- आमलोग भी निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को रोगमुक्त होने में सहयोग कर सकते हैं : सिविल सर्जन
- निजी अस्पतालों से ज्यादा सरकारी अस्पताल में कराएं इलाज़: सीडीओ
- निक्षय मित्र बनने के लिए कोई भी जिला यक्ष्मा केंद्र में कर सकते हैं संपर्क

पूर्णिया, 16 मार्च
जिले में यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। यक्ष्मा उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे देश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निक्षय मित्र कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। निक्षय मित्र योजना के तहत समाज के सक्षम व्यक्ति और जनप्रतिनिधि द्वारा टीबी के मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज तथा पोषण में सहयोग किया जा सकता है।

निक्षय मित्र योजना के तहत जिले के दो प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ देवी राम और डॉ अमरेंद्र झा द्वारा जिले के 26 टीबी मरीजों को गोद लेकर मरीजों को टीबी के सुरक्षित होने तक बेहतर जीवन यापन के लिए नियमित रूप से फूड पैकेट्स का वितरण किया जा रहा है। शनिवार को भी डॉ देवी राम द्वारा 21 और डॉ अमरेंद्र झा द्वारा 05 टीबी ग्रसित मरीज को लगातार पांचवे माह का फुड पैकेट्स वितरण किया गया।

इसके साथ साथ पिरामल फाउंडेशन की जिला लीड नम्रता सिन्हा द्वारा भी 01 नए टीबी ग्रसित मरीज को गोद लेकर कुल 27 टीबी ग्रसित मरीजों को फूड पैकेट्स वितरण किया गया। सभी मरीजों को फूड पैकेट्स के माध्यम से पौष्टिक आहार का वितरण किया जाता है। संबंधित मरीजों द्वारा नियमित दवा सेवन के साथ साथ बेहतर पौष्टिक आहार के सेवन से बहुत जल्द टीबी संक्रमण को खत्म कर बिल्कुल स्वास्थ्य हो सकते हैं।

जिला यक्ष्मा केंद्र में सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास, जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार, एआरटी सेंटर प्रभारी डॉ सौरभ कुमार और समाज सेवी अनिल अग्रवाल द्वारा उपस्थित सभी मरीजों को फूड पैकेट्स देकर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई। इस दौरान जिला यक्ष्मा केंद्र डीपीएस राजेश शर्मा, एसटीएस राकेश कुमार, टीबी हेल्थ विजिटर राजनाथ झा, प्रशांत कुमार, उत्तम कुमार, तपन मिश्रा, अमित कुमार के साथ रीच इंडिया जिला समन्यवक चंदन श्रीवास्तव और टीबी चैंपियन साक्षी गुप्ता और मनेंद्र कुमार उपस्थित रहे।

आमलोग भी निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों को रोगमुक्त होने में सहयोग कर सकते हैं : सिविल सर्जन
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि टीबी ग्रसित होने पर ग्रसित मरीजों को शारीरिक रूप से बहुत कमजोरी महसूस होता है। इस दौरान मरीजों को टीबी से सुरक्षा के लिए आवश्यक दवाई के साथ बेहतर पोषण के उपयोग करने की जरूरत होती है। ग्रसित मरीजों को जिला यक्ष्मा केंद्र से नियमित आवश्यक दवाई उपलब्ध कराई जाती है लेकिन घर में उन्हें बेहतर पौष्टिक आहार के सेवन करने में सहयोग आपेक्षित होता है।

पूर्णिया जिले के सभी प्रसिद्ध चिकित्सक, समाजसेवी, कॉरपोरेट व्यवसायी एवं आम नागरिकों से अपील किया जाता है कि वे टीबी रोगियों का निक्षय मित्र बनकर उन्हें रोगमुक्त होने में अपना योगदान दे सकते हैं। इससे संबंधित मरीज बहुत जल्द टीबी बीमारी को हरा कर स्वस्थ हो सकते हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि अबतक पूर्णिया जिले में 114 निक्षय मित्र द्वारा टीबी रोगियों को 896 फूड पैकेट्स का वितरण किया जा चुका है और यह बिहार राज्य में 08वें स्थान पर है। इसके लिए पूर्णिया के सभी निक्षय मित्र धन्यवाद के पात्र हैं।

निजी अस्पतालों से ज्यादा सरकारी अस्पताल में कराएं इलाज़: सीडीओ
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास ने बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक जिले से टीबी को पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह प्रयासरत है। लेकिन अब जरूरत है लोगों के जागरूक होने की ताकि टीबी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी के इलाज को लेकर सभी तरह के जांच की व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध है। टीबी बीमारी के बारे में जानकारी मिलते ही ग्रसित मरीज को सबसे पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल में ही जाना चाहिए। सभी सरकारी अस्पताल में टीबी मरीजों के इलाज के सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध है। इससे मरीजों को बिना अतिरिक्त खर्च के इलाज करने और बहुत जल्द टीबी बीमारी से सुरक्षित होने में मदद मिल सकेगा।

निक्षय मित्र बनने के लिए कोई भी जिला यक्ष्मा केंद्र में कर सकते हैं संपर्क :
यक्ष्मा केंद्र के डीपीएस राजेश शर्मा ने बताया कि निक्षय मित्र बनने के लिए किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने जिला यक्ष्मा केंद्र से संपर्क स्थापित किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करने के बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक करना होगा। उसके बाद निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देनी होती है। इसके बाद संबंधित व्यक्ति को इस अभियान से जोड़ा जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पौष्टिक आहार के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी। उन्होंने बताया कि निक्षय हेल्प लाइन नंबर- 1800116666 पर कॉल कर के भी इससे संबंधित विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।