संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संकल्प लेना होगा। – दीपंकर भट्टाचार्य
भाकपा – माले ने किया जनसंकल्प सभाआरा, 29 जनवरी 24
रिपोर्ट आकाश कुमार बिहार के आरा से
भाकपा – माले ने लोकतंत्र बचाओ – संविधान बचाओ जनसंकल्प सभा किया। यह सभा भाकपा – माले द्वारा कर्पूरी जयंती 24 जनवरी से चल रहा जनसंकल्प अभियान का समापन पर गांधी जी के शहादत दिवस के पूर्व संध्या पर हुई । सभा की शुरुआत गांधी जी और कर्पूरी ठाकुर के शहीद वेदी पर माल्यार्पण व श्रद्धांजलि के साथ हुई। जिसके बाद शहीद गीत हुआ। इसके पूर्व सैकड़ों छात्र – नौजवान पार्टी महासचिव को कुल्हड़िया टोल प्लाजा स्व अगवानी कर सभा स्थल पहुंचाया। सभा मे जिले से आये हजारों किसान- मजदूर, छात्र – नौजवान, महिलाओं ने अपने हाथों में लाल झंडा लिए लोकतंत्र बचाओ – संविधान बचाओ!, भाजपा हटाओ – देश बचाओ!, संविधान, लोकतंत्र पर हमला बंद करो!, देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने की साजिश मुर्दाबाद, देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमला नहीं सहेंगे!, राम के नाम पर साम्प्रदायिक उन्माद की राजनीति मुर्दाबाद!, धर्म और राजनीति का घालमेल बंद करो!, कर्पूरी – गांधी की विरासत जिंदाबाद!, भगत सिंह की क्रांतिकारी विरासत जिंदाबाद!, नए भारत के वास्ते, भगत सिंह-अंबेडकर के रास्ते आदि नारे लगा रहें थें। सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज यह सभा हम कर्पूरी से गांधी जी के शहादत दिवस तक जनसंकल्प अभियान सम्पन्न पर कर रहें हैं। कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में सबसे ज्यादा गरीबों के आरक्षण, जेल में बंद गरीबों के लिए लड़ना पड़ा।उन्होंने अरवल जनसंहार के समय विधानसभा में इसके खिलाफ लड़ था। तब से सोशलिस्ट – कम्युनिस्ट एक साथ लड़ने की बात हुई। गांधी जी को किसी व्यक्ति ने नही बल्कि विचार ने हत्या की थी। वे हिन्दू – मुस्लिम एकता के बात करते थे। आजादी के लड़ाई का सबसे अच्छा फसल संविधान था। मोदी जब पहली बार प्रधानमंत्री बने तो संविधान की कसम खाई और आज बोल रहे हैं मुझे भगवान ने भेजा है! संविधान धर्म और राजनीतिक को अलग किया और आज संसद का उद्घाटन साधु – संत और मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री कर रहें हैं। दलित राष्ट्रपति को दूर रखा जा रहा है। संविधान का जगह राजदण्ड ले रहा है। मोदी कह रहे हैं हम राम को लाए तो राम तो पहले ही आये थे आप अडानी – अम्बानी को ला रहें हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का जो काम करना है वह नही कर रही है।रोजगार – शिक्षा, स्वाथ्य का निजीकरण कर रही है। नीतीश जी जब महागठबंधन में आये तो बोले अब सही जगह आ गए। लेकिन उन्होंने जो आज किया वह बहुत बड़ा विश्वास घात है। जब देश लोकतंत्र – संविधान बचाने के लिए एक जुट हो रहा है, देश मे तना सही थोपने का कोशिश किया जा रहा है तो समय मे जाना छुरा भोकने का काम किये। आप बोल रहे हैं हम कर्पूरी के अनुयायी हैं और आप उनके विचार के हत्यारों के गोद मे चले गए। ये विश्वास घाट केवल बिहार नही पूरे देश के साथ किया। पिछले7 अक्टूबर से गजा पट्टी पर जनसंहार हो रहा है ।पूरी दुनिया पूछ रही है गरीब देशों की बात करनेवाला देश असज चुप है। और अपने मजदूरों को इजरायल भेज रहें हैं। भजपा राज्य में मज्जदूरो के भेजने का अभियान चल रहा है अब बिहार में भी चलेगा। इंडिया गठबंधन पूरे मजबूती के साथ 24 का चुनाव लड़ेगी। सभा को सम्बोधित करते हुए मनोज मंज़िल ने कहा कि बिहार में नौकरी देने का कारवां चल पड़ा था जिसमे भाकपा माले के संघर्षों के मुख्य भूमिका था। लेकिन नीतीश कुमार पलटी मार कर सामंती ताकतों के गोद मे चले गए। राजू यादव ने कहा कि जब मोदी सरकार आई तो गरीबों को पक्का मकान, किसानों के आये बढ़ाने की बात की थी। लेकिन आज ये सब जुमला साबित हुई। अजित कुशवाहा ने कहा कि आज की सरकार गांधी की सत्य – अहिंसा की हत्या कर दी। गांधी के राम राज या चाहते हैं या उनके हत्यारों की?सभा को पार्टी महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य सहित कई नेताओं ने सम्बोधित किया । मनोज मंज़िल अगिआंव विधायक व खेग्रामस राज्य अध्यक्ष, राजू यादव केंद्रीय कमिटी सदस्य, सुदामा प्रसाद तरारी विधायक, डुमरांव विधयक अजित कुशवाहा, इंदु सिंह ऐपवा नेत्री, कयामुद्दीन अंसारी इंसाफ मंच राज्य सचिव, शिवप्रकाश रंजन आरवाईए राज्य सचिव , सबीर कुमार आइसा राज्य सचिव, संगीत सिंह ऐपवा, सोभा मण्डल ऐपवा नेत्री, दिलराज प्रीतम नगर सचिव आदि ने सम्बोधित कियाअंत मे राजनीतिक प्रस्ताव पेश मीडिया प्रभारी चन्दन कुमार ने कियामंच का अध्यक्षता पांच सदस्यीय अध्यक्ष मण्डल ने किया। जिसका संचलन चंद्रदीप सिंह, पूर्व विधायक ने किया। मंच पर प्रमुख लोगों में राज्य कमिटी सदस्य, रमेश जी, संजय सिंह, उपेंद्र भारती, विजय जी, सुधीर कुमार, जिला स्थाई समिति सदस्य जितेंद्र सिंह, राजनाथ राम, महेश प्रसाद, रघुवर पासवान, आदि थे। सभा का संचालन – कॉ.चंद्रदीप सिंहचन्दन कुमार मीडिया प्रभारी भाकपा – माले ,भोजपुर