श्रीमती साहिला (भा०प्र०से०) उप विकास आयुक्त पूर्णिया की अध्यक्षता में जिला गंगा नमामि समिति की बैठक का आयोजन संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समाहरणालय स्थित प्रज्ञान सभागार में आहूत की गई।
पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन तथा अद्यतन कार्य प्रगति एवं उपलब्धि की विभागवार विस्तृत समीक्षा की गई।
समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन पूर्णिया द्वारा बताया गया कि गंगा नमामि के तहत राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पूर्णिया में सामान्य कचरें का निष्पादन नगर निगम पूर्णिया के सहयोग से प्रतिदिन कराया जा रहा है।
जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के तहत शत प्रतिशत अनुपालन ससमय किया जा रहा है।
सिनर्जी बायोबेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रतिदिन बायोमेडिकल बेस्ट उठाव से संबंधित मात्रा के साथ प्रतिवेदन समर्पित किया जाता है।
समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 183.4 हेक्टेयर भूमि पर किसानों द्वारा जैविक खेती की जा रही है।
जैविक खेती की रख-रखवा को विस्तारित करने के लिए कृषकों के बीच किसान चौपाल एवं विभिन्न माध्यम से कृषकों को जागरूक किया जा रहा है जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा समीक्षा के दौरान बताया गया कि गंगा नमामि के तहत विद्यालय स्तर पर नदियों के संरक्षण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए निबंध प्रतियोगिता चित्रकला बाद आदि कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
जिला परिवहन विभाग की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पिछले माह में कुल 16274 वाहनों का जांच किया गया जिसमें से 16250 वाहनों में पॉल्यूशन अंदर कंट्रोल पाया गया तथा शेष 24 वाहनों में (Pollution Under Control)पॉल्यूशन अंदर कंट्रोल नहीं पाए जाने के कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
इसी प्रकार जिला पंचायत राज पदाधिकारी,सहायक निदेशक उद्यान, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र पूर्णिया, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग पथ प्रमंडल पूर्णिया, जिला मत्स्य पदाधिकारी ,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा ,कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद कसबा एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारी द्वारा गंगा नमामि के तहत किया जा रहे कार्य प्रगति एवं उपलब्धि से उप विकास आयुक्त महोदय को अवगत कराया गया।
गंगा नमामि के तहत किये जा रहे कार्य प्रगति संतोष जनक पाया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त द्वारा संबंधित विभागीय पदाधिकारी को नदियों एवं उप नदियों को प्रदूषण मुक्त तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के मद्देनजर तथा सभी स्तरों पर सुंदर वातावरण का निर्माण करने के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।
पूर्णिया शहरी क्षेत्र एवं नगर निकाय क्षेत्रों में कचरा का सही निस्तारण हो एवं किसी भी प्रकार का कोई भी कचरा नदी में नहीं बहाया जाए। कार्य योजना के तहत इसका अनुपालन करने का निर्देश दिया गया।
विभिन्न प्रकार के महोत्सव एवं पर्व के अवसर पर नदियों एवं उप नदियों में जैविक कचरा तथा बहने वाली गंदगी को नियंत्रित करने के लिए संबंधित विभागीय पदाधिकारी को कारगर तरीके से कार्य योजना के तहत कार्य करने और साथ ही साथ आम लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया है।।
नदियों एवं उप नदियों में बहने वाले ठोस कचरे की समस्या को निस्तारित करने तथा ग्रामीण क्षेत्र की साफ सफाई से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की नालियों में आने वाले मिले ठोस पदार्थ एवं तरल पदार्थ को नदियों में जाने से रोकने के लिए कार्य योजना के तहत ससमय कार्य कराने का निर्देश दिया गया।
जिससे नदियों एवं उप नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं बेहतर वातावरण का निर्माण कर पर्यावरण की सुरक्षा किया जा सके।
उक्त गतिविधियों के अलावा जैविक विविधता संरक्षण वनीकरण और पानी की गुणवत्ता की निगरानी हेतु ठोस कदम उठाए जाने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।
नदियों एवं उप नदियों को प्रदूषण मुक्त तथा पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पर्यावरण के प्रति विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि विद्यालय में बच्चों के बीच विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा एवं संबंधित विभागीय पदाधिकारी को अधिक से अधिक संख्या में पेड़ पौधा लगाने तथा उसकी देखभाल करते रहने का निर्देश दिया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि किसानों के बीच गहन प्रचार प्रसार कर किसानों को स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता एवं फसल अवशेष प्रबंधन के तहत पराली जलाने से पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में किसानों को जागरूक करना सुनिश्चित करें।
जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं पीएचइडी को ससमय प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया।
बैंठक में निदेशक,डीआरडीए,सिविल सर्जन,प्रभारी पदाधिकारी स्थापना,जिला भू-अर्जन पदाधिकारी,अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर पूर्णिया, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा तथा संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।